स्वच्छ आकाश नीला प्रतीत होता है क्योंकि वायुमंडल में वायु के अणु तथा अन्य सूक्ष्म कणों का आकार दृश्य प्रकाश की तरंग दैर्ध्य के प्रकाश की अपेक्षा छोटा है। ये कण कम तरंग दैर्ध्य के प्रकाश को प्रकीर्णित करने में अधिक प्रभावी हैं। लाल रंग के प्रकाश की तरंग दैर्ध्य नीले प्रकाश की अपेक्षा 1.8 गुनी है। अतः जब सूर्य का प्रकाश वायुमंडल से गुजरता है, वायु के सूक्ष्म कण लाल रंग की अपेक्षा नीले रंग को अधिक प्रबलता से प्रकीर्ण करते हैं। प्रकीर्णित हुआ नीला प्रकाश हमारे नेत्रों में प्रवेश करता है और स्वच्छ, बादल रहित आकाश हमें नीला दिखाई देता है।