उस परिपथ (चित्र) को पहचानिए जिसमें वैद्युत अवयव उचित प्रकार से संयोजित हैं:
examplar-5
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आवश्यक दशाएँ तब पूर्ण होती हैं जब वैद्युत अवयव सही क्रम में संयोजित हों। वोल्टमीटर संमातर क्रम में संयोजित होना चाहिए। अमीटर सदैव श्रेणी क्रम में संयोजित करना चाहिए। वोल्टमीटर तथा अमीटर के धनात्मक टर्मिनल को सेल के धनात्मक टर्मिनल से तथा ऋणात्मक टर्मिनल को सेल के ऋणात्मक टर्मिनल से संयोजित करना चाहिए। अतः उपर्युक्त सभी दशाएँ (ii) प्रकरण (विकल्प) में पूर्ण हो रही है।
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कोई विद्यार्थी किसी प्रयोग को करने के पश्चात् क्रमशः $R_1, R_2$ तथा $R_3$ प्रतिरोध के निक्रोम तार के तीन नमूनों के $V-I$ ग्राफ आलेखित करता है $($चित्र$)$। निम्नलिखित में कौन सत्य है?
लंबाई l तथा एक समान अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल A के किसी बेलनाकार चालक का प्रतिरोध R है। समान पदार्थ के किसी अन्य चालक, जिसकी लंबाई 2l तथा प्रतिरोध R है, की अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल क्या है?
किसी विद्युत परिपथ में दो प्रतिरोधक जिनके प्रतिरोध क्रमशः $2 \ \Omega$ तथा $4 \ \Omega$ हैं$, 6 V$ बैटरी से श्रेणीक्रम में संयोजित हैं। $4 \ \Omega$ प्रतिरोधक द्वारा $5 s$ में कितनी ऊष्मा क्षय होगी?