विधान सभा में बहस कुछ अर्थों में उपयोगी होती है क्योंकि अगर बहस नहीं होगी तो कोई पक्ष अपनी बात सामने कैसे रखेगा। जब कोई विधायक अपनी बात पूछता है तो उस विभाग के मंत्री उसका जवाब देते हैं। उन दोनों के बीच बहस होती है और उस समस्या का समाधान होता है । बहस से हर किसी को उसका हक मिलता है।