अलग-अलग उम्मीदवार इसलिए होते हैं, ताकि मतदाता के सामने अपने मतदान के लिए अनेक विकल्प मौजूद हों और एक ही उम्मीदवार को अपना मत देना उनकी मजबूरी नहीं होती। वे अपने पसंद के उम्मीदवार को मत दे सकते हैं। अलग-अलग उम्मीदवार के होने से जनता अपने पसंद के उम्मीदवार को अपना मत देगी और जिस उम्मीदवार को सबसे अधिक मत प्राप्त होगा, वही जनता का प्रतिनिधि चुना जाएगा। इससे यह भी पता चलेगा कि जनता किस उम्मीदवार पर सबसे अधिक भरोमा करती है।