1. इन रोगों के लक्षण संक्रमण की प्रारंभिक अवस्था में प्रकट नहीं हो पाते या बहुत कम प्रकट होते हैं।
2. लोगों को इन रोगों व इनके लक्षणों की जानकारी नहीं होने के कारण प्रारंभिक अवस्था में इन रोगों का उपचार नहीं करवा पाते।
3. सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आने के भय से भी लोग समय पर उपचार नहीं ले पाते।
4. यौन रोगों का उपचार व निदान सस्ता व आसानी से उपलब्ध न होने के कारण भी इन रोगों का उपचार समय पर नहीं करवा पाते।