1830 के दशक में यूरोपवासियों को किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा?
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उन्नीसवीं शताब्दी के प्रथम भाग में सम्पूर्ण यूरोप में जनसंख्या में भारी वृद्धि हुई। अधिकांश देशों में नौकरी तलाश करने वालों की संख्या उपलब्ध रोजगार से अधिक थी। ग्रामीण क्षेत्रों की अतिरिक्त जनसंख्या शहर जाकर गरीब बस्तियों में रहने लगी। नगरों के लघु उत्पादकों को प्रायः इंग्लैण्ड से आयातित मशीन से बने सस्ते कपडे से कड़ी प्रतिस्पर्धा करनी पड़ रही थी। इस कारण लघु उद्योग चौपट हो रहे थे। यूरोप के जिन देशों में कुलीन वर्ग सत्तारूढ़ था, वहाँ कृषकों की दशा शोचनीय थी। वे सामन्ती शुल्कों के भार तले दबे थे। खाने-पीने की वस्तुओं के मूल्य बढ़ने या किसी वर्ष फसल के खराब होने के कारण शहरों और गाँवों में गरीबी फैल जाती थी।
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"निःसन्देह नेपोलियन बोनापार्ट ने फ्रांस में लोकतंत्र को समाप्त कर दिया परन्तु उसने कई क्रान्तिकारी प्रशासनिक सुधार भी लागू किये।" इस कथन का औचित्य सिद्ध कीजिए।
वेइत की जर्मेनिया के निम्न गुणों के प्रतीकात्मक अर्थ बतलाइए-
टूटी हुई बेड़ियाँ, बाज-छाप कवच, बलूत पत्तियों का मुकुट, तलवार, तलवार पर लिपटी जैतून की डाली, काला, लाल और सुनहरा तिरंगा, उगते सूर्य की किरणें।