भारत में सन् 1857 में एक सैनिक विद्रोह हुआ जिसने शीघ्र ही जन विद्रोह का रूप धारण कर लिया। समाज के विभिन्न तबकों को अंग्रेजी शासन से परेशानियाँ थीं तथा वे सब मानते थे कि उनका शत्रु एक ही है। मई, 1857 में शुरू हुए इस विद्रोह ने भारत में कम्पनी का अस्तित्व ही खतरे में डाल दिया था। मेरठ से शुरू होकर शीघ्र ही यह उत्तर भारत के विभिन्न भागों में फैल गया। समाज के विभिन्न तबकों के असंख्य लोग इस विद्रोह से जुड़ गये और इसने एक जन-विद्रोह का रूप धारण कर लिया।