(1) 1849 में गवर्नर लार्ड डलहौजी ने घोषणा की कि बहादुरशाह जफर की मौत के बाद बादशाह के परिवार को लाल किले से निकालकर उसे दिल्ली में कहीं और बसाया जाएगा।
(2) 1856 में लार्ड कैनिंग ने यह फैसला लिया कि बहादुरशाह जफर अन्तिम मुगल सम्राट् होगा। उसकी मृत्यु के पश्चात् उसके किसी भी वंशज को सम्राट् स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्हें केवल राजकुमारों के रूप में मान्यता दी जायेगी।