1. ${ }_{88}^{226}$ Ra एवं
  2. ${ }_{86}^{220}$ Rn

नाभिकों के $\alpha$-क्षय में उत्सर्जित $\alpha$-कणों का Q-मान एवं गतिज ऊर्जा ज्ञात कीजिए।
दिया है- m$\left({ }_{88}^{226} \mathrm{Ra}\right)$ = 226.02540 u,m = $\left({ }_{86}^{226} \mathrm{Rn}\right)$222.01750 u, m$\left({ }_{86}^{222} \mathrm{Rn}\right)$ = 222.01137 u, m$\left({ }_{84}^{216} \mathrm{Po}\right)$ = 216.00189 u.

Exercise - 13.12
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Similar Questions

  • 1
    तीव्र न्यूट्रॉनों द्वारा ${ }_{92}^{238} \mathrm{U}$ के विखंडन पर विचार कीजिए किसी विखंडन प्रक्रिया में प्राथमिक अंशों (Primary fragments) के बीटा-क्षय के पश्चात् कोई न्यूट्रॉन उत्सर्जित नहीं होता तथा ${ }_{58}^{140} \mathrm{Ce}$ तथा ${ }_{44}^{99} \mathrm{Ru}$अंतिम उत्पाद प्राप्त होते हैं। विखंडन प्रक्रिया के लिए Q के मान का परिकलन कीजिए। आवश्यक आँकड़े इस प्रकार हैं:
    $m\left({ }_{92}^{238} \mathrm{U}\right)$ = 238.05079 u, $ m\left({ }_{58}^{140} \mathrm{Ce}\right)$ = 139.90543 u, $m\left({ }_{44}^{99} \mathrm{Ru}\right)$ = 98.90594 u
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  • 2
    किसी स्रोत में फॉस्फोरस के दो रेडियो न्यूक्लाइड निहित हैं  ${ }_{15}^{32} \ P (T_{1/2 }= 14.3 d)$ एवं  ${ }_{15}^{33}$
    $P(T_{1/2}) = 25.3 d)।$  प्रारंभ में  $ { }_{15}^{33}\ P$  से  $10\%$ क्षय प्राप्त होता है। इससे $90$ क्षय प्राप्त करने के लिए कितने समय प्रतीक्षा करनी होगी?
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  • 3
    मान लीजिए कि भारत का लक्ष्य 2020 तक 200,000 MW विद्युत शक्ति जनन का है। इसका 10% नाभिकीय शक्ति संयंत्रों से प्राप्त होना है। माना कि रिएक्टर की औसत उपयोग दक्षता (ऊष्मा को विद्युत में परिवर्तित करने की क्षमता) 25% है। 2020 के अंत तक हमारे देश को प्रति वर्ष कितने विखंडनीय यूरेनियम की आवश्यकता होगी। ${ }^{235}U$ प्रति विखंडन उत्सर्जित ऊर्जा 200 MeV है।
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  • 4
    किसी नाभिकीय अभिक्रिया $A + b \rightarrow C + d$ का $Q-$मान निम्नलिखित समीकरण द्वारा परिभाषित होता है,
    $Q = [m_A + m_b - m_c - m_d]c^2$
    जहाँ दिए गए द्रव्यमान, नाभिकीय विराम द्रव्यमान $($rest mass$)$ है। दिए गए आँकड़ों के आधार पर बताइए कि निम्नलिखित अभिक्रियाएँ ऊष्माक्षेपी हैं या ऊष्माशोषी।
    1. ${ }_{1}^{1} \mathrm{H}+{ }_{1}^{3} \mathrm{H} \rightarrow{ }_{1}^{2} \mathrm{H}+{ }_{1}^{2} \mathrm{H}$
    2. ${ }_{6}^{12} \mathrm{C}+{ }_{6}^{12} \mathrm{C} \rightarrow{ }_{10}^{20} \mathrm{Ne}+{ }_{2}^{4} \mathrm{He}$
    दिये गए परमाणु द्रव्यमान इस प्रकार हैं:
    $m\  \left({ }_{1}^{2} \mathrm{H}\right) = 2.014102\  u$
    $m\ \left({ }_{1}^{3} \mathrm{H}\right) = 3.016049\  u$
    $m\ \left({ }_{6}^{12} \mathrm{C}\right) = 12.000000\  u$
    $m\ \left({ }_{10}^{20} \mathrm{Ne}\right) = 19.992439\  u$
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  • 5
    एक रेडियोएक्टिव समस्थानिक की अर्धायु T वर्ष है। कितने समय के बाद इसकी ऐक्टिवता, प्रारम्भिक ऐक्टिवता की
    1. 3.125% तथा
    2. 1% रह जाएगी।
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  • 6
    8.0 mCi सक्रियता का रेडियोएक्टिव स्रोत प्राप्त करने के लिए ${ }_{27}^{60} \mathrm{Co}$ की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी? $ { }_{27}^{60} \mathrm{Co}$ की अर्धायु 5.3 वर्ष है।
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  • 7
    निम्नलिखित के लिए नाभिकीय समीकरण लिखिए-
    1. ${ }_{88}^{226}$ Ra का $\alpha$- क्षय
    2. ${ }_{94}^{242}$ Pu का $\alpha$ - क्षय
    3. ${ }_{15}^{32}$ P का $\beta^{-}$- क्षय
    4. $ { }_{83}^{210}$ Bi का $\beta^{-}$- क्षय
    5. ${ }_{6}^{11}$C का $\beta^{+}$- क्षय
    6. ${ }_{43}^{97}$Tc का $\beta^{+}$- क्षय
    7. $ { }_{54}^{120}$ Xe का इलेक्ट्रॉन अभिग्रहण
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  • 8
    कुछ विशिष्ट परिस्थितियों में, एक नाभिक$ \alpha$-कण से अधिक द्रव्यमान वाला एक कण उत्सर्जित करके क्षयित होता है। निम्नलिखित क्षय-प्रक्रियाओं पर विचार कीजिए:
    ${ }_{88}^{223} \mathrm{Ra} $$\rightarrow$${82}^{209} \mathrm{~Pb}+{ }_{6}^{14} \mathrm{C}$  $ { }_{88}^{223} \mathrm{Ra} $$\rightarrow{ }$$_{86}^{219} \mathrm{Rn}$ + ${ }_{2}^{4} \mathrm{He}$
    इन दोनों क्षय प्रक्रियाओं के लिए Q-मान की गणना कीजिए और दर्शाइए कि दोनों प्रक्रियाएँ ऊर्जा की दृष्टि से संभव हैं।
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  • 9
    सूर्य के अभ्यंतर में
    1. 1 किग्रा. हाइड्रोजन के संलयन के समय विमुक्त ऊर्जा का परिकलन कीजिए।
    2. विखंडन रिएक्टर में$ 1.0 \mathrm{~kg}{ }^{235} \mathrm{U}$ के विखंडन में विमुक्त ऊर्जा का परिकलन कीजिए। (c) तथा (b) प्रश्नों में विमुक्त ऊर्जाओं की तुलना कीजिए।
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  • 10
    D-T अभिक्रिया (ड्यूटीरियम-ट्रीटियम संलयन), $ { }_{1}^{2} \mathrm{H}+{ }_{1}^{3} \mathrm{H} \rightarrow{ }_{2}^{4} \mathrm{He}$ + n पर विचार कीजिए।
    1. नीचे दिए गए आँकड़ों के आधार पर अभिक्रिया में विमुक्त ऊर्जा का मान MeV में ज्ञात कीजिए: $m\left({ }_{1}^{2} \mathrm{H}\right)$ = 2.014102 u,$m\left({ }_{1}^{3} \mathrm{H}\right)$ = 3.016049 u
    2. ड्यूटीरियम एवं ट्राइटियम दोनों की त्रिज्या लगभग 1.5 fm मान लीजिए। इस अभिक्रिया में, दोनों नाभिकों के मध्य कूलॉम प्रतिकर्षण से पार पाने के लिए कितनी गतिज ऊर्जा की आवश्यकता है? अभिक्रिया प्रारंभ करने के लिए गैसों (D तथा T गैसें) के किस ताप तक ऊष्मित किया जाना चाहिए?
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