में अपने घर में भोजपुरी भाषा बोलता हैं । लेखन में इसका आरम्भ कबीर के समय से हुआ। स्वतंत्रता संग्राम के समय अनेक महाकाव्य भोजपुरी में रचे गए । बटोहिया, फिरंगिया और कुंवर सिंह महाकाव्य अधिक प्रशसित रहे हैं । महेन्द्र मिश्र तथा भिखारी ठाकुर भोजपुरी के महान गीतकार रह चुके हैं । आज तो भोजपुरी भाषा का काफी विकास हो चुका है।