एक विधायक जो सिर्फ विधायक है मंत्री नहीं वह सिर्फ जनता की परेशानियों को सरकार के आगे रख सकता है। संबंधित विषय पर प्रश्न पूछ सकता है और अपने सुझाव भी दे सकते हैं। किसी भी चीज की परेशानी के लिए या किसी खास विषय पर ध्यान न देने की वजह से अगर उसके क्षेत्र की जनता को परेशानियाँ हो रही हैं तो वह उस विभाग से संबंधित मंत्री से इसकी वजह पूछ सकती है और वह विधायक जो मंत्री भी है वह सदन में विधेयक पास करवा सकता है तथा अनुकूल कार्यवाही न होने पर कोई कड़ा रूख भी अपना सकता है।