आर्तव चक्र गोनेडोंट्रॉपिन का स्रवण धीरे-धीरे कम होने से पुटकीय वृद्धि तथा अण्डोत्सर्जन की क्रिया प्रभावित होगी पुटकीय वृद्धि नहीं होने एस्ट्रोजन हार्मोन का स्रावण नहीं होगा। अण्डोत्सर्जन नहीं होने पर कॉर्पस ल्यूटियम नहीं बनेगी। जिससे कि प्रोजेस्ट्रॉन का स्रावण नहीं होगा।