आयात-निर्यात-वस्तु: विनिमय के अंतर्गत अन्य देश या राज्य से वस्तुओं को मंगवाना आयात कहलाता है एवं वस्तुओं को अन्य देश या राज्य में भेजना निर्यात कहलाता हैं
महत्त्व: आयात-निर्यात राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं एवं स्थानीय जनजीवन के विकास व समुन्नति हेतु अति महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि सभी राज्यों या देशों के पास कुछ विशेष वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन करने के लिए आवश्यक संसाधन और कौशल नहीं होता है।
प्रत्येक वस्तु का उत्पादन एक विशेष भौगोलिक एवं पर्यावरणीय परिस्थिति. में होता है। वस्तुओं के उत्पादन हेतु विशेष प्राकृतिक संसाधनों, अन्य कौशलों व कई बार विशेष तकनीक की भी आवश्यकता होती है, जो कि सर्वत्र उपलब्ध हो ऐसा जरूरी नहीं है। अत: किसी स्थान विशेष में जिन वस्तुओं का उत्पादन अधिक होता है उसे निर्यात किया जाता है एवं जिन वस्तुओं का उत्पादन कम होता है उसे आयात किया जाता है।