अभ्यास 28(i) वर्णित दूरबीन के लिए अभिदृश्यक लेंस तथा नेत्रिका के बीच पृथकन दूरी क्या है?
यदि इस दूरबीन का उपयोग 3 किमी. दूर स्थित 100 मी. ऊँची मीनार को देखने के लिए किया जाता है तो अभिदृश्यक द्वारा बने मीनार के प्रतिबिंब की ऊँचाई क्या है?
यदि अंतिम प्रतिबिंब 25 सेमी. दूर बनता है तो अंतिम प्रतिबिंब में मीनार की ऊँचाई क्या है?
Exercise - 9.29
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जल से भरे 80 सेमी. गहराई के किसी टैंक की तली पर कोई छोटा बल्ब रखा गया है। जल के पृष्ठ का वह क्षेत्र ज्ञात कीजिए जिससे बल्ब का प्रकाश निर्गत हो सकता है। जल का अपवर्तनांक 1.33 है। (बल्ब को बिन्दु प्रकाश स्रोत मानिए।)
अपवर्तनांक 1.55 के काँच से दोनों फलकों की समान वक्रता त्रिज्या के उभयोत्तल लैंस निर्मित करने हैं। यदि 20 सेमी. फोकस दूरी के लेंस निर्मित करने हैं तो अपेक्षित वक्रता त्रिज्या क्या होगी?
वायु में रखे किसी बिंदु स्रोत से प्रकाश काँच के किसी गोलीय पृष्ठ पर पड़ता है। (n = 1.5 तथा वक्रता त्रिज्या = 20 cm)। प्रकाश स्रोत की काँच के पृष्ठ से दूरी 100 cm है। प्रतिबिंब कहाँ पर बनेगा?
4.5 सेमी. साइज की कोई सुई 15 सेमी. फोकस दूरी के किसी उत्तल दर्पण से 12 सेमी. दूर रखी है। प्रतिबिम्ब की स्थिति तथा आवर्धन लिखिए। क्या होता है जब सुई को दर्पण से दूर ले जाते हैं? वर्णन कीजिए।
किसी दूरबीन के अभिदृश्यक की फोकस दूरी 140 सेमी. तथा नेत्रिका की फोकस दूरी 5.0 सेमी. है। दूर की वस्तुओं को देखने के लिए दूरबीन की आवर्धन क्षमता क्या होगी जब-
दूरबीन का समायोजन सामान्य है (अर्थात् अंतिम प्रतिबिंब अनंत पर बनता है)।
अंतिम प्रतिबिंब स्पष्ट दर्शन की अल्पतम दूरी (25 सेमी.) पर बनता है।
दो लेंसों के संयोजन की प्रभावी फोकस दूरी उस स्थिति में ज्ञात कीजिए जब उनके मुख्य अक्ष संपाती हैं तथा ये एक-दूसरे से 8 सेमी. दूरी पर रखे हैं। क्या उत्तर आपतित समांतर प्रकाश पुंज की दिशा पर निर्भर करेगा? क्या इस तंत्र के लिए प्रभावी फोकस दूरी किसी भी रूप में उपयोगी है?
उपर्युक्त व्यवस्था (i) में 1.5 सेमी. ऊँचा कोई बिंब उत्तल लेंस की ओर रखा है। बिंब की उत्तल लेंस से दूरी 40 सेमी. है। दो लेंसों के तंत्र द्वारा उत्पन्न आवर्धन तथा प्रतिबिंब का आकार ज्ञात कीजिए।
कोई प्रिज्म अज्ञात अपवर्तनांक के काँच का बना है। कोई समान्तर प्रकाशपुंज इस प्रिज्म के किसी फलक पर आपतित होता है। प्रिज्म का न्यूनतम विचलन कोण $40^\circ$ मापा गया। प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक क्या है$?$ प्रिज्म का अपवर्तन कोण $60^\circ$ है। यदि प्रिज्म को जल $($अपवर्तनांक $1.33)$ में रख दिया जाए तो प्रकाश के समान्तर पुंज के लिए नए न्यूनतम विचलन कोण का परिकलन कीजिए।