हमारा संविधान प्रत्येक व्यक्ति को अपनी पसंद का धर्म मानने की इजाजत तो देता है पर धर्म के नाम पर किसी भी प्रकार के अमानवीय काम को अंजाम देने की इजाजत नहीं देता। ऐसे कृत्यों को कानून की दृष्टि से अपराध माना जाता है। अतः अगर किसी धर्म के लोग मानते हैं कि नवजात शिशुओं की हत्या करना उनके धर्म का जरूरी हिस्सा है, तो सरकार को ऐसी परंपराओं को रोकने के लिए अवश्य दखल देना चाहिए।