अल्पसंख्यकों को जब संस्कृति व शिक्षा के अधिकार दिये जाते हैं तब उनमें सुरक्षा की भावना जागृत होती है और वे इस देश को अपना देश मान पूरी तरह से भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं। इससे देश में शांति बनी रहती है और धर्मनिरपेक्षता मजबूत होती है कि इस देश में सभी धर्म के लोगों को अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, यानी वे सुरक्षित हैं, अपने-अपने धर्म व धार्मिक मान्यताओं के साथ ।