नहीं, थानेदार ने इस सम्बन्ध में धर्मनिरपेक्षता के मूल्य का पालन नहीं किया। कानून की दृष्टि में वैसे तो सब वर्ग समान हैं पर, साथ ही अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करना ही धर्मनिरपेक्षता की सुरक्षा होती है। अत: अल्पसंख्यकों की सुरक्षा न कर थानेदार ने धर्मनिरपेक्षता के मूल्य का पालन नहीं किया।