बेरोजगारी-बेरोजगारी का तात्पर्य ऐसी अवस्था से है जिसमें व्यक्ति काम करने के योग्य है तथा काम करना चाहता है किन्तु उसे काम नहीं मिलता।
अल्प बेरोजगारी-अल्प बेरोजगारी वह अवस्था होती है जिसमें व्यक्ति को उसकी क्षमता तथा योग्यता के अनुसार पूरा रोजगार नहीं मिलता है तथा वह काम पर लगा हुआ तो प्रतीत होता है किन्तु उत्पादन में उसका योगदान बहुत ही कम होता है। कृषि क्षेत्रक में छिपी हुई बेरोजगारी इसका उदाहरण है।
बेरोजगारी दूर करने हेतु सुझाव
भारत में बेरोजगारी की समस्या महत्त्वपूर्ण है तथा इसे दूर करने हेतु निम्न सुझाव दिए जा सकते हैं-
प्राथमिक क्षेत्रक में रोजगार के नए अवसर सृजित किए जाने चाहिए ताकि अल्प बेरोजगारी दूर की जा सके।
कृषि क्षेत्रक में सिंचाई सुविधाओं, भण्डारण, वित्त तथा विपणन सुविधाओं का विस्तार किया जाना चाहिए। इससे नए रोजगार अवसर सृजित होंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
देश में आधारभूत संरचना जैसे परिवहन, संचार, बैंकिंग आदि का विकास किया जाना चाहिए ताकि कृषि एवं उद्योगों का विकास हो सके।
सार्वजनिक क्षेत्रक का विस्तार किया जाना चाहिए। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में।
देश में शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जाना चाहिए तथा शिक्षा को रोजगारोन्मुख बनाया जाना चाहिए।
देश में रोजगार सृजक कार्यक्रमों का विस्तार किया जाना चाहिए तथा उनका क्रियान्वयन सही ढंग से किया जाना चाहिए।
देश में निजी क्षेत्रक में भी विनियोग को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाना चाहिए।
ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के वैकल्पिक अवसरों का विकास किया जाना चाहिए।
ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वरोजगार हेतु प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।