भारत में बेकारी की समस्या पर एक लेख लिखें। बेकारी की समस्या को कैसे दूर किया जा सकता है ?
स्वाध्याय
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भारत में बेरोजगारी एक विकराल समस्या है। देश में बेकारी का यह स्वरूप है कि बेकारी बढ़ती ही जा रही है। भारत में बेकारी की समस्या का आकार निम्नलिखित हैनमूने का सर्वेक्षण और जनगणना रिपोर्ट I.N.S.S.O. (55 वे राउंड) के अनुसार भारत में 1999-2000 ई. में बेरोजगार लोगों की संख्या लगभग 26.6 मिलियन थी। बेरोजगार लोगों की इस कुल संख्या में लगभग 19.5 मिलियन ग्रामीण क्षेत्र में थे और 7.1 मिलियन शहरी क्षेत्र में। 19992000 ई. में बेरोजगारी दर 7.3% थी। 1987-88से 1999-2000 ई. के बीच बेरोजगारी दर में आए परिवर्तन इस प्रकार है
भारत में रोजगार दर
ग्रामीण क्षेत्र
शहरी क्षेत्र
वर्ष
पुरुष
महिला
व्यक्ति
पुरुष
महिला
व्यक्ति
कुल
1987-1988
$4.6$
$6.7$
$5.3$
$8.8$
$12.0$
$9.4$
$6.09$
1999-2000
$7.2$
$7.3$
$7.3$
$7.2$
$9.8$
$7.7$
$7.3$
तालिका से स्पष्ट है 1987-88 से 1999-2000 के बीच ग्रामीण क्षेत्र में बेरोजगारी बहुत तेजी से बढ़ी है। पर शहरी क्षेत्र में गिरावट आई। समस्या को दूर करने के उपाय-समस्या को दूर करने क निम्नलिखित उपाय हैं- (i) रोजगार केन्द्रित एवं उत्पादन कार्यक्रम-उत्पादन तथा रोजगार दोनों को ही बढ़ावा मिलना चाहिए। साथ ही कुटीर उद्योगों, कृषि पर आधारित ग्रामीण उद्योगों, सिंचाई, डेयरी, मछली पालन आदि कार्यक्रम किए जा सकते हैं। (ii) शिक्षा में सुधार-रोजगारों को प्रोत्साहन, पूँजी निर्माण की : में वृद्धि, विशिष्ट रोजगार सृजन कार्यक्रम आदि व्यवस्था होनी ताकि रोजगार मिल सके।
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