ब्रिटिशकाल में प्रशासनिक व्यवस्था में अनेक परिवर्तन आये
(1) अंग्रेजी राज्य की स्थापना के साथ ही भारत प्रशासनिक दृष्टि से दो भागों में विभाजित हो गया था, पहला ब्रिटिश भारत और दूसरा रियासती भारत।
(2) ब्रिटिश कालीन भारत केन्द्र शासित प्रदेशों एवं 11 प्रान्तों में विभक्त था। सभी प्रान्तों के अलग-अलग गवर्नर थे, जो कि भारत के गवर्नर जनरल के प्रति उत्तरदायी थे।
(3) 1857 की क्रांति के बाद भारत का शासन इंग्लैण्ड के ताज तथा संसद के सीधे नियंत्रण में आ गया।
(4) ब्रिटिश सरकार द्वारा विभिन्न अधिनियम पारित करके भारत का शासन संचालित किया जाने लगा।
(5) 1935 ई. का भारत सरकार अधिनियम (1 अप्रैल, 1937 ई. में लागू) के द्वारा अजमेर-मेरवाड़ा के प्रशासन को विदेश एवं राजनीतिक विभाग के स्थान पर भारत सरकार के 'गृह विभाग' के अन्तर्गत लाया गया। इससे इस क्षेत्र के सभी कानून अब संघीय कार्यपालिका द्वारा बनाये जाने लगे।