(b) ब्रूनर ग्रन्थियां नलिका स्रावण कोशिकाओं की धनी होती हैं। वे कवेल डयोडिनम की अद्य:लेष्मा में पायी जाती हैं। ये क्षारीय जलीय द्रव, सूक्ष्ममात्रा में एन्जाइम व श्लेष्मा का स्रावण करते हैं। ये अपने स्रावण को विशिष्ट ग्रा्थियों जिन्ह, लिबरकुहन की क्रपप्टस कहते है, में छोड़ते हैं। ये दुबुलो-अंतराली ग्रन्थियां होती हैं।