(c) एक जोड़ा सब मैक्सिलरी ग्रन्थियां, निचले जबड़े के कोण पर स्थित होती हैं जो कि अधोहनु नलिकाओं जिन्हे वह्हाटन नलिकाएं भी कहते हैं, जिह्वा के नीचे अपनी तरफ के निचले इन्साइजर्स की तरफ खुलती है। ये ग्रन्थियां अधिकांश स्तनियों में पायी जाती हैं परन्तु खरगोश व घोड़े में अनुपस्थित होती हैं। यह मुख्यतः लार की श्लेष्मा का स्रावण करती हैं।