मुकुलन, खण्डीभवन और पुनरुद्भवन तीनों को जनन का अलैंगिक प्रकार माना जाता है क्योंकि प्रजनन की इन विधियों के दौरान युग्मक निर्माण नहीं होता है तथा प्रजनन प्रक्रिया एकल जनन द्वारा संचालित होती है।
प्लेनेरिया में पुनरुद्भवन की प्रक्रिया-
प्लेनेरिया यदि कई टुकड़ों में टूट जाए तो प्रत्येक टुकड़ा विकसित होकर पूर्ण जीव का निर्माण करता है। यह पुनरुद्भवन कहलाता है। पुनरुद्भवन विशिष्टीकृत कोशिकाओं द्वारा संचालित होता है। इन कोशिकाओं के क्रम प्रसरण से अनेक कोशिकाएँ बन जाती हैं। कोशिकाओं के इस समूह से परिवर्तन के दौरान विभिन्न प्रकार की कोशिकाएँ एवं ऊतक बनते हैं। यह परिवर्तन बहुत व्यवस्थित रूप एवं क्रम से होता है जिसे परिवर्धन कहते हैं। परन्तु पुनरुद्भवन जनन के समान नहीं है इसका मुख्य कारण यह है कि प्रत्येक जीव के किसी भी भाग को काट कर सामान्यतः नया जीव उत्पन्न नहीं होता है।