दिक्स्थान के किसी क्षेत्र में, वैद्युत क्षेत्र सभी जगह $z-$दिशा के अनुदिश है। परन्तु वैद्युत क्षेत्र का परिमाण नियत नहीं है, इसमें एकसमान रूप से $z$ दिशा के अनुदिश $10^5 N C^{–1}$ प्रति मीटर की दर से वृद्धि होती है। वह निकाय जिसका ऋणात्मक $z-$दिशा में कुल द्विध्रुव आघूर्ण $10^{-7 }C\ m$ के बराबर है, कितना बल तथा बल आघूर्ण अनुभव करता है?
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