दिये गये परिपथ में प्रेरण $L$ तथा संधारित्र $C$ के साथ $A _1$ तथा $A _2$ दो अमीटर जोड़े गये हैं। यदि कुंजी $K$ दबा दी जाए तो तुरन्त $A _1$ तथा $A _2$ का पाठ्यांक होगा:

[1999]
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(d) $A _2$ में धारा शून्य तथा $A _1$ में अधिकतम होगी।
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