दो सीधे समान्तर धारावाही चालकों के बीच प्रति इकाई लम्बाई पर बल का व्यंजक प्राप्त कीजिए। किस अवस्था में यह बल आकर्षण व प्रतिकर्षण का होता है$?$ विद्युत धारा के मानक मात्रक की परिभाषा लिखिए।
(माध्य. शिक्षा बोर्ड, 2024)
Download our app for free and get startedPlay store
दो समान्तर विद्युत धाराओं के बीच बल$-$ऐम्पियर $($Force between Two Parallel Currents, the Ampere$)$
समान्तर धारावाही चालकों पर चुम्बकीय बल$-$चित्र में $P _1$ तथा $P _2$दो अनन्त लम्बाई के धारावाही चालक हैं जो परस्पर $d$ दूरी पर एक कागज के तल में स्थित हैं। दोनों तारों में धारा समान दिशा में $i _1$ तथा $i_2$ बह रही है, इस कारण से उनके चारों तरफ चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न होगा। यहाँ पर एक धारावाही चालक दूसरे धारावाही चालक के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र में उपस्थित है।
$P _1$ धारावाही चालक के कारण $d$ दूरी पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र
$B_1=\frac{\mu_{ o } i _1}{2 \pi d } ......(1)$
इस चुम्बकीय क्षेत्र में उपस्थित धारावाही चालक $P _2$ की लम्बाई $l$ पर कार्यरत चुम्बकीय बल
$\overrightarrow{ F }_2= i _2\left(\vec{l} \times \overrightarrow{ B }_1\right)$
$F _2= i _2 l B_1 \sin \theta$
$F _2= i _2 l B_1$
$\because \vec{l} \perp \overrightarrow{ B }_1.....(2)$
समीकरण $(1)$ से $B _1$ का मान रखने पर
$F_2=i_2 l \times \frac{\mu_o i_1}{2 \pi d }$
$F_2=\frac{\mu_{ o } i _1 i _2 l}{2 \pi d }$न्यूटन $...........(3)$
इस बल $F _2$ की दिशा धारावाही चालक $P _2$ तंथा उस पर उत्पन्न
चुम्बकीय क्षेत्र B$B_1$ के लम्बवत् है। इस प्रकार से यह बल चालक ओर तथा कागज के तेल में है। बल की यह दिशा पलेमिंग के बा के नियम से ज्ञात कर सकते हैं।
$\frac{F_2}{1}=\frac{\mu_o i_1 i_2}{2 \pi d}$ न्यूटन $/$ मीटर
यह धारावाही चालक $P_2$ की इकाई लम्बाई पर कार्यरत चुम् बल है।
$P_2$ धारावाही चालक के कारण दूरी पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र
$B_2=\frac{\mu_0 i_2}{2 \pi d}$
इसी प्रकार से $P_2$ के कारण $P_1$ की लम्बाई $l$ पर कार्यरत चुम्बकीय बल
$\vec{F}_1=i_1\left(\vec{l} \times \vec{B}_2\right)$
या $F _1= i _1 IB _2$
या $F_1=\frac{i_1 / \mu_0 i_2}{2 \pi d}$
$\because B_2=\frac{\mu_j,}{2 \pi}$
Image
या $F _1=\frac{\mu_{ o } i _1 i _2 l}{2 \pi d }$
या $\frac{ F _1}{T}=\frac{\mu_0 i _1 i _2}{2 \pi d }$ न्यूटन/मीटर $.........(4)$
समीकरण $(3)$ तथा $(4)$ से
$\frac{ F _1}{T}=\frac{ F _2}{l}=\frac{\mu_0 i _1 i _2}{2 \pi d }$ न्यूटन/मी.
चित्र से स्पष्ट है, यदि दो समान्तर धारावाही चालकों में धारा एक ही दिशा में हो तो उनके मध्य आकर्षण बल कार्य करता है।
विशेष स्थितियाँ $- (i)$ यदि धारा परस्पर विपरीत दिशा में हो त प्रतिकर्षण होगा।
Image
$(ii)$ यदि धारा परस्पर एक ही दिशा में होती है तो आकर्षण होता है
Image
दो समान्तर धारावाही तारों के बीच प्रत्येक तार की प्रति मीटर पर कार्यकारी पारस्परिक बल
$\frac{F_1}{l}=\frac{\mu_0}{2 \pi}\left(\frac{I_1 I_2}{d}\right)$ न्यूटन/मीटर
परंतु $\mu_0=4 \pi \times 10^{-7}$ न्यूटन /ऐम्पियर$^2$
$\frac{ F _1}{l}=\frac{4 \pi \times 10^{-7}}{2 \pi}\left(\frac{ I _1 i _2}{d}\right)$ न्यूटन /मीटर
$=\left(2 \times 10^{-7}\right)\left(\frac{i_1 i_2}{d}\right)$ न्यूटन /मीटर
यदि $i _1= l _2=1$ ऐम्पियर और $d =1$ मीटर तब $F_{1 / /}=\left(2 \times 10^{-7}\right) 1^2$ न्यूटन/मीटर
अतः यदि इन तारों के बीच प्रति गीटर लम्बाई पर लगने वाला बल $2 \times 10^{-7}$ न्यूटन / मीटर हो, तो $2 \times 10^{-7}$ न्यूटन / मीटर $=\left(2 \times 10^{-7}\right) 1^2$ न्यूटन/मीटर अर्थात $i=1$
अतः l ऐम्पियर वह वैद्युत धारा है जो वायु $($या निर्वात$)$ में एक$-$दूसरे से एक मीटर दूर स्थित दो सीधे, लम्बे एवं समान्तर तारों में प्रवाहित होने पर प्रत्येक तार की प्रति भीटर लम्बाई पर $2 \times 10^{-7}$ न्यूटन का बल आरोपित करती है।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    बायो-सावर्ट का नियम लिखिए।
    एक इलेक्ट्रॉन की गति का पथ लिखिए जबकि वह चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है, उसके
    (a) लम्बवत्
    (b) $\theta$ कोण पर।
    View Solution
  • 2
    चुम्बकीय क्षेत्र में रखे हुए धारावाही चालक पर बल के व्यंजक की स्थापना कीजिए। बल की दिशा के लिए दायें हाथ की हथेली का नियम समझाइए।
    View Solution
  • 3
    परिनालिका से आप क्या समझते हैं? एक अनन्त लम्बाई की परिनालिका के लिए चुम्बकीय क्षेत्र का व्यंजक प्राप्त कीजिए।###सीधी एवं लम्बी परिनालिका के अन्दर अक्ष पर चुम्बकीय क्षेत्र के सूत्र की स्थापना कीजिए। इसके अन्दर चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा दर्शाइए तथा परिनालिका के बाहर चुम्बकीय क्षेत्र का मान कितना होता है?###एक लम्बी परिनालिका के अन्दर चुम्बकीय क्षेत्र का सूत्र स्थापित कीजिए। उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र को बल रेखाओं द्वारा चित्रित कीजिए।###ऐम्पियर का परिपथीय नियम लिखिए।<br>एक अत्यधिक लम्बी धारावाही परिनालिका के अक्ष पर चुम्बकीय क्षेत्र का व्यंजक प्राप्त कीजिए। अवश्यक चित्र बनाइए।
    View Solution
  • 4
    धारामापी की सुग्राहिता एवं दक्षतांक से आप क्या समझते हैं? ये किन-किन कारकों पर निर्भर करते हैं?
    View Solution
  • 5
    बीयो- सावर्त नियम का कथन एवं गणितीय रूप लिखिए। किसी सीधे तथा परिमित लम्बाई के धारावाही चालक तार के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का व्यजंक प्राप्त कीजिए एवं दर्षाइए कि यदि धारावाही चालक अनन्त लम्बाई का हो, तो उससे लम्बवत दूरी कपर स्थित किसी बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र B-I/2d होता है। आवष्यकि चित्र भी बनाइए।
    View Solution
  • 6
    कीलकित धारामापी क्या है? धारामापी में शण्ट की उपादेयता को समझाइए।
    View Solution
  • 7
    बायो-सायर्ट नियम से किसी धारावाही पाश के अक्ष पर स्थित किसी बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र का व्यंजक व्युत्पन्न. कीजिए। आवश्यक चित्र बनाइए।
    View Solution
  • 8
    समान्तर धारावाही चालकों पर चुम्बकीय बल ज्ञात कीजिए और उनकी विशेष स्थितियाँ भी बताइए।
    View Solution
  • 9
    एम्पीयर के नियम का आलेख कीजिए। एक लम्बे सीधे धारावाही चालक से लम्बवत दूरी r पर स्थित बिन्दु पर चुम्बकीय प्रेरण का व्यंजक प्राप्त कीजिए। चुम्बकीय प्ररेण का दूरी के साथ परिवर्तन को ग्राफ द्वारा प्रदर्षित कीजिए।
    View Solution
  • 10
    एक लम्बे सीधे तार AB में 4A की धारा बह रही है। एक प्रोटॉन P तार के समान्तर $4 \times 10^6$ मी./से. के वेग से तार से 0.2 मीटर दूरी पर धारा की दिशा के विपरीत चित्र की भाँति गति करता है। प्रोटॉन पर आरोपित बल का परिमाण ज्ञात कीजिए। इसकी दिशा भी बताइए।
    View Solution