एक अणुक नाभिकस्नेही प्रतिस्थापन अभिक्रिया $(SN^1)$ के लिए बेंजिल हैलाइड की क्रियाशीलता, हैलोबेन्जीन की तुलना में अधिक होती है। इसका उचित कारण दीजिए।
Download our app for free and get startedPlay store
$SN^1$ अभिक्रिया में कार्बोकैटायन मध्यवर्ती बनता है। बेन्जिल हैलाइड के $C-X$ बन्ध के वियोजन से प्राप्त बेन्जिल कार्बोकैटायन $( C _6 H _5 \stackrel{+}{ C } H _2)$ अनुनाद के कारण स्थायी हो जाता है अतः इसका बनना सुगम होता है। इसके विपरीत हैलोबेन्जीन में हैलोजन के $+ M$ प्रभाव के कारण कार्बन हैलोजन बन्ध में द्विबन्ध के गुण आ जाते हैं, अतः बन्ध का टूटना मुश्किल होता है तथा $C - X$ बन्ध के वियोजन से प्राप्त $\stackrel{+}{ C _6} H _5 ($फेनिल कार्बधनायन$)$ में अनुनाद नहीं होने के कारण यह अस्थायी होता है अतः इसके बनने की संभावना कम होती है। इसी कारण $S_N1$ अभिक्रिया के लिए बेंजिल हैलाइड की क्रियाशीलता हैलोबेन्जीन की तुलना में अधिक होती है।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    (i) निम्नलिखित अभिक्रिया को पूर्ण कीजिए-
    Image
    (ii) आइसोप्रोपिल ब्रोमाइड से n-प्रोपिल ब्रोमाइड किस प्रकार बनाया जाता है ?
    View Solution
  • 2
    मार्कोनीकॉफ के नियम तथा परॉक्साइड प्रभाव की व्याख्या उदाहरण सहित कीजिए।
    View Solution
  • 3
    क्लोरोबेन्जीन में कार्बन क्लोरीन $(C-CI)$ आबन्ध लम्बाई, $C_2H_5CI$ में $C-CI$ आबन्ध लम्बाई की अपेक्षा कम होती है, क्यों?
    View Solution
  • 4
    ऐल्कीनों पर HX तथा हैलोजेन के योग की व्याख्या कीजिए।
    View Solution
  • 5
    निम्नलिखित समीकरणों को पूर्ण कीजिए -
    (i) $CH _3- CH _2- Cl \xrightarrow{+ A } B \xrightarrow{ C } CH _3- CH _2- NH _2+ HCOOH$
    (ii) $CH _3- I \xrightarrow{+ A } B \xrightarrow{ C } CH _3- NH - CH _3$
    View Solution
  • 6
    निम्नलिखित परिवर्तनों के समीकरण लिखिए-
    (i) $C _2 H _5 I$ से $CH _3- CH _2 COOH$
    (ii) $CH _3 Cl$ से $CH _3 CONH _2$
    (iii) $CH _3- CH _2- Cl$ से $CH _3- CH _2- CH _2- NH _2$
    (iv) $CH _3 Cl$ से $CH _3 CHO$
    View Solution
  • 7
    $(i) CH_3I$ की $KNO_2$ तथा $AgNO_2$ से अभिक्रिया के समीकरण लिखिए।
    $(ii)$ बेन्जीन से टॉलुईन बनाने की फ्रीडेल क्राफ्ट अभिक्रिया लिखिए।
    View Solution
  • 8
    $(i)$ पाँच कार्बन युक्त हैलोएल्केन की संरचना बताइए जिसके द्वारा प्रकाशिक समावयवता दर्शायी जाती है।
    $(ii) 1-$क्लोरो ब्यूटेन तथा $1$ क्लोरो $-2-$ मेथिल प्रोपेन में कौनसी समावयवता होती है$?$
    $(iii)$ अणु सूत्र $\ce{C4H9CI}$ वाले स्थिति समावयवी बताइए जिनमें सीधी श्रृंखला हो।
    View Solution
  • 9
    प्रोपेन के मोनोक्लोरीनीकरण तथा मोनोब्रोमीनीकरण के समीकरण लिखिए।
    View Solution
  • 10
    हैलोऐल्केन के अपचयन से ऐल्केन कितने प्रकार से बनाया जा सकता है? समीकरण सहित समझाइए।
    View Solution