एक चालक वृताकार पाश ( लूप) को किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता $B=.025 T$ है और इसका तल पाश के लम्बवत् है। पाश की त्रिज्या को $1 mm s ^{-1}$ की स्थिर दर से सिकुड़ने दिया जाता है। पाश की त्रिज्या 2 सेमी होने पर उसमें प्रेरिज विद्युत वाहक बल (e.m.f.) है
[2010]
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(b) लूप द्वारा जुड़ा चुंबकीय फ्लक्स $\phi=B \pi r^2$ है
$ |e|=\frac{d \phi}{d t}=B \pi \cdot 2 r \frac{d r}{d t} $
जब $r=2 cm , \frac{d r}{d t}=1 mm s ^{-1}$
$ \begin{aligned} e & =0.025 \times \pi \times 2 \times 2 \times 10^{-2} \times 10^{-3} \\ & =0.100 \times \pi \times 10^{-5}=\pi \times 10^{-6} V =\pi \mu V \end{aligned} $
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