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एक प्रेक्षक ध्वनि की वेग की $1 / 5$ वेग से स्थिर स्रोत की ओर बढ़ रहा है। स्रोत द्वारा उत्पन्न ध्वनि की तंरगदैर्ध्य व आवृत्ति क्रमशः $\lambda$ और $f$ है। प्रेक्षक द्वारा प्रेक्षित आभासी तरंगदैर्ध्य व आवृत्ति होगी:
एक गाड़ी के हॉर्न की आवृति $n$ है तथा यह श्रोता तथा गाड़ी को जोड़ने वाली रेखा के लम्बवत 30 मी/सेकंड से चलता है। श्रोता को आवृत्ति $n + n _1$ सुनायी देती है (जबकि ध्वनि का वेग हवा में 330 मी./से है) तो-
ध्वनि की तरंगे गर्म वायु में $350 m / s$ की चाल से तथा पीतल में $35000 m / s$ की चाल से चलती है, तो $700 Hz$ की ध्वनिक तरंग यदि गरम वायु से पीतल में प्रवेश करे तो उसकी तरंगदैर्ध्य:
एक स्थायी तरंग $y = a \sin (100 t ) \cos (0.01 x )$ से प्रदर्शित की जाती है। जहां $y$ तथा $A$ मिमी में, $t$ सेकंड में तथा $x$ में है तो तरंग का वेग होगा-