एक बंद आर्गन पाइप $P _1$ का पहला अधिस्वरक तथा खुले आर्गन पाइप $P _2$ का तीसरा अधिस्वरक अनुनाद में है। $P _1$ तथा $P _2$ की लम्बाईयों का अनुपात होगा
[1997]
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(c) पहले अधिस्वरक के लिए बंद पाईप की लम्बाई $\ell_1=3 \lambda / 4$
तथा खुले पाईप में तीसरे अधिस्वरक के लिए पाईप की लम्बाई $\ell_2=\frac{4 \lambda}{2}=2 \lambda$
अत: $\frac{\ell_1}{\ell_2}=\frac{3 \lambda}{4 \times 2 \lambda}=\frac{3}{8}$.
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एक अस्पताल में ट्यूमर को जाँचने के लिए अल्ट्रा सोनिक स्कैनर लगाया जाता है। स्कैनर की आवृति $4.2$ $MHZ$ है तथा ध्वनि की आवृत्ति $1.7$ किमी/सेकंड है तो ध्वनि की तरंग दैर्ध्य होगी-
ट्रैफिक जैम के कारण एक मोटर साइकिल चालक अपनी चाल कम करते हुए उसे $36$ किमी प्रति घण्टे कर देता है। ट्रैफिक कम होने पर, उससे आगे $18$ किमी प्रति घण्टे की चाल से चलती हुई एक कार$, 1392$ हर्ट्ज आवृत्ति का हॉर बजाती है। यदि ध्वनि की चाल $343$ मी/ से है तो, मोटर साइकिल चालक को इस हॉर्न की आवृत्ति सुनाई देगी
एक कार एक ऊँची चोटी की ओर गति कर रही है। कार चालक आवृत्ति $f$ का हार्न बजाता है। चालक द्वारा सुनी गयी परावर्तित ध्वनि की आवृत्ति $2 f$ है। यदि ध्वनि का वेग $v$ है, तो समान मात्रक में कार का वेग होगा:
एक दूसरे के निकट स्थित ध्वनि के दो स्त्रोंतों निम्न प्रकार निरूपित प्रगामी तरंगें उत्सर्जित कर रहे है : $y_1=4 \sin 600 \pi t$ तथा $y_2=5 \sin 608 \pi t$. इन दोनों स्त्रोतों के निकट स्थित एक श्रोता को सुनाई देगा :
अज्ञात आवृत्ति का एक स्रोत, $250 Hz$ आवृत्ति के किसी अन्य स्रोत के साथ प्रति सेकंड 4 विस्पन्द उत्पन्न करता है। अज्ञान आवृत्ति का दूसरा संनादी ( हारमोनिक0), 513 $Hz$ आवृत्ति के स्रोत के साथ 5 विस्पन्द प्रति सेकन्ड उत्पन्न करता है। तो, अज्ञात आवृत्ति है:
ध्वनि की तरंगे गर्म वायु में $350 m / s$ की चाल से तथा पीतल में $35000 m / s$ की चाल से चलती है, तो $700 Hz$ की ध्वनिक तरंग यदि गरम वायु से पीतल में प्रवेश करे तो उसकी तरंगदैर्ध्य:
एक खिंचे तार में बनी तरंग की आवृत्ति 100 हर्टज है, जबकि वह दृढ़ सिरे की ओर चलती है। जब ये तरंग परावर्तन के बाद वापस आती है तो दृढ़ सिरे से 10 सेमी दूरी पर एक नोड बनती है। तरंग वेग का मान होगा।