एक वैद्युत चुम्बकीय तरंग के वैद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र एक दूसरे से होते हैं
[1994]
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(c) $E$ तथा $B$ की दिशा एक दूसरे के लम्बवत् तथा किरणों के चलने के भी लम्बवत् होगी।
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मुक्त आकाश में किसी विद्युत चुम्बकीय तरंग का विद्युत क्षेत्र
$\vec{E}=10 \cos \left(10^7 t+k x\right) \hat{j} V / m$ से निरूपित (प्रकट)
किया जाता है। जहाँ $t$ सेकेण्ड में और $x$ मीटर में है। इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि
(1) तरंगदैर्ध्य $\lambda=188.4 m$
(2) तरंग संख्या $k=0.33 rad / m$
(3) तरंग-आयाम $=10 V / m$
(4) तरंग $+x$ दिशा की ओर गमन कर रही है।
निम्नलिखित प्रकथनों के युग्मों में से कौन सा ठीक है?
यदि $\overrightarrow{ E }$ तथा $\overrightarrow{ B }$ किसी वैद्युत चुम्बकीय तरंग के लिए विद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र बताती हो तो तरंग के चलने की दिशा होगी :
निर्वात में किसी विद्युत चुम्बकीय तरंग से संबद्ध वैद्युत क्षेत्र को $\vec{E}=\hat{i} 40 \cos \left(k z-6 \times 10^8 t\right)$, द्वारा व्यक्त किया जाता है। जहाँ $E, z$ तथा $t$ क्रमशः वोल्ट / मीटर, मीटर तथा सेकण्ड $(s)$ में है तो, तरंग सदिश $(k)$ का मान है :