एल-निनो | ला-निना |
(i) एल-निनो एक गर्म जलधारा है जो दक्षिण अमेरिका के पेरू एवं इक्वेडोर देशों के प्रशांत तटीय भाग में तीन से सात वर्ष के अंतराल पर उत्पन्न होती है। | (i) ला-निना एक ठंढ़ी जल धारा है। इसकी उत्पत्ति भी पेरू तट पर होती है। |
(ii) इसके कारण जल का तापमान अचानक 5º C से 10º C तक बढ़ जाता है। जब यह धारा अंडमन निकोबार द्वीप समूह पहुँचती है तो निम्नदाब का क्षेत्र बन जाता है, जिसके कारण दक्षिणी पश्चिमी मौनसून आकर्षित हो जाता है। | (ii) यह जल धारा भी अंडमान निकोबार द्वीप समूह पहुँचती है। यहाँ यह वायुदाब को बढ़ा देती है। |
(iii) इसके प्रभाव से भारत में सामान्य से कम वर्षा होती है और सूखे का सामना करना पड़ता है। भारत में 1987 में सूखा इसी के कारण पड़ा था । | (iii) इसकी कुछ मात्रा भारत पहुँचकर दक्षिण-पश्चिम मौनसून हवा में जल की मात्रा बढ़ा देती है। |
(iv) इसके प्रभाव से सामान्य से अधिक वर्षा होती है। | |
(v) यह बाढ़ की समस्या उत्पन्न कर देती है। इसके कारण आस्ट्रेलिया, दक्षिण पूर्व एशिया तथा चीन में भारी वर्षा होती है। |