(a) फूलों के भीतर एकलिंगता पाए जाने से स्वयुग्मन को रूकावट पहुंचती है मगर सजातपुष्पी परागण को नहीं। स्वपरागण में नर एवं मादा युग्मकों का उत्पादन एक ही जीव द्वारा होता है। पादपों में स्वपरागण जिसे स्वयुग्मन भी कहते हैं बोयी जाने वाली फसलों में काफी सामान्य है जैसे गेहूँ आदि। तथापि स्वपरागण एक प्रकार का अंतःप्रजनन है जिसमें आनुवांशिक पदार्थ का मिश्रण नहीं होता। अगर यह कई पीढ़ियों तक होता रहे तो संतानों में संकरण द्वारा उत्पन्न संतानों की तुलना में कम ओज एवं उर्वरता होगी।