ग्रिम बन्धु जर्मनी के निवासी थे। वे उच्च कोटि के लेखक और उदारवादी राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने अनेक पुरानी लोककथाएँ इकट्ठी कीं। उनका विश्वास था कि उन्होंने जो लोककथाएँ इकट्ठी की हैं, वे विशुद्ध और सच्ची जर्मन भावना की अभिव्यक्ति हैं। वे प्रेस की स्वतन्त्रता के समर्थक थे।