1856 में अंग्रेज अधिकारी गवर्नर लॉर्ड डलहौजी ने सत्य ही कहा था कि सेना के समाज से जुड़ाव को अनदेखा नहीं करना चाहिए । सेना । भी समाज का ही हिस्सा है। यदि भारतीय जनता पर आघात किया जाता है तो सेना भी इससे अप्रभावित नहीं रह सकती । क्योंकि सेना भी समाज का ही एक अभिन्न अंग है, हिस्सा है । सैनिक भी किसी का बाप होता है, भाई, बेटा या पति होता है।