जामदानी बनाई वाले कपड़े महंगे क्यों होते थे ? इसका उपयोग सिर्फ रजवाड़े परिवार के लोग ही क्यों करते थे?
Download our app for free and get startedPlay store
बारीक मलमल पर जामदानी बुनाई की जाती थी, जिस पर करघे से सजावटी डिजाइनें बनायी जाती थीं। आमतौर पर इसमें सूती और सोने के धागे का इस्तेमाल किया जाता था। ढाका तथा लखनऊ इस तरह के बुनाई के केन्द्र थे । मलमल का कपड़ा महंगा तो था ही उस पर जामदानी बुनाई में सोने के धागों के प्रयुक्त होने से ये कपड़े अत्यन्त मूल्यवान या महंगे हो जाते थे। उनको खरीदना भारत के रजवाड़े परिवार के लोगों द्वारा ही संभव था। इसलिए, जामदानी बुनाई वाले महंगे कपड़ों का उपयोग सिर्फ रजवाड़े परिवार के लोग ही करते थे।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    1. जूट उद्योग – (क) लखनऊ
    2. ऊनी वस्त्र उद्योग – (ख) बंगाल
    3. जामदानी बुनाई – (ग) चम्पारण
    4. लौह उद्योग – (घ) कश्मीर
    5. नील बगान उद्योग – (ङ) जमशेदपुर ।
    View Solution
  • 2
    स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत सरकार ने मजदूरों की स्थिति में सुधार के लिए कौन-कौन से कदम उठाए ?
    View Solution
  • 3
    कैलिको अधिनियम के क्या उद्देश्य थे?
    View Solution
  • 4
    मशीन उद्योग के शुरू होने से पूर्व भारत में किस तरह का उद्योग था ? मशीनी उद्योग की आवश्यकता भारतीयों को क्यों पड़ी?
    View Solution
  • 5
    मुक्त व्यापार की नीति से आप क्या समझते हैं?
    View Solution
  • 6
    मजदूरों के हित में पहली बार कब नियम बनाया गया ? उन नियमों का मजदूरों पर क्या प्रभाव पड़ा?
    View Solution