आमाशय में उपस्थित जठर ग्रन्थियाँ हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, पेप्सिन एंजाइम तथा श्लेष्मा का स्त्राव करती है। श्लेष्मा आमाशय के अस्तर को हाइड्रोक्लोरिक अम्ल तथा पेप्सिन एंजाइम के प्रभाव से सुरक्षा देता है। यदि श्लेष्मा का स्त्राव न हो तो आमाशय का अस्तर में क्षय हो सकता है जिससे अम्लीयता तथा अल्सर (एक उदर रोग) हो सकता है।