(1) खोंड लोग उड़ीसा के जंगलों में रहते थे। ये मूलतः शिकारी तथा संग्राहक थे।
(2) इस समुदाय के लोग टोलियाँ बना कर शिकार पर निकलते थे और जो हाथ लगता था उसे आपस में बाँट लेते थे।
(3) वे जंगलों से मिले फल और जड़ें खाते थे। खाना पकाने के लिए वे साल और महुआ के बीजों का तेल इस्तेमाल करते थे।
(4) इलाज के लिए वे बहुत सारी जंगली जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करते थे और जंगलों से इकट्ठा हुई चीजों को स्थानीय बाजारों में बेच देते थे।
(5) स्थानीय बुनकरों और चमड़ा कारीगरों को कपड़े व चमड़े की रंगाई के लिए कुसुम और पलाश के फूल उपलब्ध - कराते थे।