किसी उच्चतर पोषी स्तर के जीव, जो निम्नतर पोषी स्तर के अन्तर्गत आने वाले अनेक प्रकार के जीवों से अपना भरण-पोषण प्राप्त करते हैं, आहार-जाल बनाते हैं। आहार-जाल अनेक आहार-शृंखलाओं का एक जाल है जो प्राकृतिक रूप से एक-दूसरे से सम्बन्धित रहती है। प्रत्येक जीव दो या दो से अधिक जीवों द्वारा खाया जाता है जो पुनः अनेक अन्य जीवों द्वारा खाए जाते हैं। अतः एक सीधी आहार शृंखला के बजाय जीवो के मध्य आहार सम्बन्ध शाखान्वित होते हैं तथा शाखान्वित शृंखलाओं का एक जाल बनाते हैं जिसे आहार-जाल कहते हैं।