(c) प्रोजेस्ट्रान एवं ईस्ट्राडायॉल गर्भाशय एवं अन्डनलिकाओं की आन्तरिक परत की अतिवृद्धि करते हैं एवं गर्भावस्था के दौरान इसको बनाए रखते हैं। भ्रूण के गर्भाशय की दीवार में गर्भाधान में भी प्रोजेस्ट्रान सहायता करता है। यह गर्भाशय की ग्रन्थियों को एक पोषक पदार्थ के स्रावण हेतु उत्तेजित करता है अतः इसे स्रावी प्रावस्था कहते हैं। प्रोजेस्ट्रान, FSHके स्रावण को संदमित करके पुटकों एवं अन्डाणुओं के विकास को अवरूद्ध करता है।