जातिभेद के विरुद्ध निम्न जातीय आन्दोलनों के प्रणेता ज्योतिबा फुले के योगदान की व्याख्या कीजिए।
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ज्योतिबा फुले ने अपनी पुस्तक 'गुलामगिरी' में जाति प्रथा के अत्याचारों पर लिखा।
उन्होंने जाति प्रथा के विरुद्ध काफी लिखा और उनके लेख पूरे भारत में पढ़े गये। उन्होंने नये और न्यायपूर्ण समाज की वकालत की।
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