नानाभाई, सेंगाभाई एवं कालीबाई की जीवनी को बताइए।
Download our app for free and get startedPlay store
नाना भाई खांट डूंगरपुर में पाठशाला के संचालक थे, सेंगा भाई उसी पाठशाला में अध्यापक थे, जबकि कालीबाई डूंगरपुर गाँव की 13 वर्षीय भील बालिका थी। पाठशाला द्वारा जनजागृति का कार्य किया जा रहा था, जो कि वहाँ के महारावल को पसंद नहीं था। अतः उन्होंने पाठशाला को बंद करने के लिए मजिस्ट्रेट व पुलिस को भेजा। पुलिस ने नानाभाई को पाठशाला बंद करने को कहा, उनके मना करने । पर उन्हें गोली मार दी गई, जबकि सेंगा भाई को पीटकर रस्सी से गाड़ी के पीछे बांध दिया गया। किसी भी व्यक्ति ने प्रतिरोध नहीं किया परन्तु बालिका कालीबाई जो खेत से घास काटकर आ रही थी, उसने हिम्मत दिखाई और सेंगा भाई की रस्सी को दाँतली से काट दिया। यह देखकर पुलिस ने नन्हीं बालिका पर अंधाधुंध गोलियाँ बरसाई। कालीबाई अपने गुरु की रक्षा करते हुए शहीद हो गई । इस प्रकार, नाना भाई की हिम्मत, सेंगा भाई की सहनशीलता व कालीबाई के त्याग ने शिक्षा के प्रति समर्पण, लगन और गुरुभक्ति की मिसाल प्रस्तुत की।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    राजस्थान में महिला शिक्षा हेतु किए गए प्रयासों को स्पष्ट कीजिए।
    View Solution
  • 2
    मिलान कीजिए
    1. दास प्रथा(i) उदयपुर
    2. अमृता देवी(ii) अजमेर
    3. मेयो कॉलेज(iii) कुरीतियाँ
    4. विद्याभवन(iv) खेजड़ली आंदोलन
    View Solution
  • 3
    राजस्थान में शिक्षा की स्थिति एवं सुधार की ओर उठाए गए कदम की समीक्षा कीजिए।
    View Solution
  • 4
    बाल विवाह किसे कहते हैं? समझाइए।
    View Solution