कई स्थानों पर हो रहे सांप्रदायिक दंगों के डर से एक गाँव की माहेलाओं का समूह पुलिस थाने में गया । वे एक लिखित शिकायत दर्ज करना चाहती थी और रहने के लिए एक सुरक्षित जगह या पुलिस की हिफाजत चाहती थीं । थानेदार जो कि दूसरे धार्मिक संप्रदाय का था, उन महिलाओं की प्रथम सूचना रिपोर्ट लिखने से इंकार कर दिया। पुलिस ने उनको जरूरी सुरक्षा तक नहीं दी दूसरे दिन दंगाई भीड़ ने इन महिलाओं का घर जला दिया।