न्यायसंगत वैश्वीकरण का तात्पर्य यह है कि वैश्वीकरण से सभी लोगों को समान लाभ हो तथा देश के पिछड़े वर्गों को भी संरक्षित किया जाना चाहिए। वैश्वीकरण के हानिकारक प्रभावों को कम करने के प्रयास किए जाने चाहिए तथा लघु एवं कुटीर उद्योगों का भी संरक्षण किया जाना चाहिए। न्यायसंगत वैश्वीकरण में यह ध्यान दिया जाता है कि वैश्वीकरण का लाभ केवल धनी लोगों को ही ना मिले एवं निर्धनों की भी वेहतर हिस्सेदारी हो। इसमें छोटे उद्योगों के कार्य निष्पादन में सुधार हो तथा श्रमिक कानूनों का भी उचित रूप से क्रियान्वयन किया जाए ताकि श्रमिकों के हितों का भी संरक्षण हो।