वैश्वीकरण को सम्भव बनाने वाले दो प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं-
(1) सूचना प्रौद्योगिकी का विकास सूचना प्रौद्योगिकी के तहत दूरसंचार, कम्प्यूटर, इन्टरनेट आदि की सहायता से सम्पूर्ण विश्व में सरलता से सम्पर्क किया जा सकता है एवं व्यापार किया जा सकता है जिससे वैश्वीकरण की गति तीव्र हुई है। अनेक बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ विकासशील देशों में काल सेंटर स्थापित करके विश्व में फैले ग्राहकों की जानकारी प्रदान कर रही हैं।
(2) प्रौद्योगिकी में तेज उन्नति–परिवहन प्रौद्योगिकी में उन्नति से लम्बी दूरियों तक वस्तुओं को कम लागत पर शीघ्र पहुँचाया जा सकता है, जिसके फलस्वरूप तीव्र वैश्वीकरण सम्भव हो पाया है।