(c) 1859 में चार्ल्स डार्विन ने अपने मत प्राकृतिक चयन को 'जातियों की उत्पत्ति' नामक पुस्तक मे प्रकाशित कराया गया। यह मत 5 महत्त्वपूर्ण मन्तव्यों पर आधारित है-
(i) सभी जातियों में अत्यधिक प्रजनन क्षमता होती है।
(ii) अधिकतर जनसंख्या आकार में नियत होती है।
(iii) प्राकृतिक संसाधन सीमित होते हैं।
(iv) किसी जनसंख्या के जीवों में भिन्नता होती है। भिन्नताओं युक्त जातियों को प्रकृति द्वारा चयन कर लिया जाता है।