प्रत्यावर्ती धारा के वर्ग माध्य मूल मान को परिभाषित कीजिये।
Download our app for free and get started
वर्ग माध्य मूल मान-प्रत्यावर्ती धारा परिंपथ में एक सम्पूर्ण चक्र के लिए तात्क्षणिक धारा या वोल्टता के वर्ग $\left(I^2\right.$ या $\left.E^2\right)$ के औसत मान के वर्गमूल को वर्ग माध्य मूल मान कहते हैं। प्रत्यावर्ती धारा का वर्ग माध्य मूल (r.m.s.) मान, दिष्ट धारा के उस मान के तुल्य है जो कि उतना ही ऊष्मीय प्रभाव प्रदर्शित करता है, जितना कि प्रत्यावर्ती धारा। इसे $I_{ rms }$ से प्रदर्शित किया जाता है। $I _{ rms }=\frac{ I _0}{\sqrt{2}}$ होता है। $I _{ rms }=0.707 I _0$ उपर्युक्त समीकरण (1) से स्पष्ट है कि प्रत्यावर्ती धारा का वर्ग माध्य मूल मान, धारा के शिखर मान $\left( I _{ m }\right)$का 70.7% होता है
Download our app
and get started for free
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
एक प्रत्यावर्ती धारा $I = I _0 \sin \omega t$ किसी प्रतिरोध $R$ में $T =\frac{2 \pi}{\omega}$ समय में कुछ ऊष्मा $H$ उत्पन्न करती है। उस दिष्ट धारा का मान लिखिये जो इसी प्रतिरोध में इतने ही समय में यही ऊष्मा उत्पन्न करे।