मानव प्रजातियों के विकास का कोई जैविक आधार नहीं है। सभी मानव एक ही स्पीशीज़ के सदस्य हैं। उन सभी का शारीरिक अभिकल्प, आकारिकीय तथा उपापचय समान है। उन सभी में गुणसूत्रों की संख्या समान अर्थात् 46 है उनका आनुवांशिक मेकअप भी समान है। (लगभग 99% तक)। सभी मानवों में DNA समान है। सभी मानव, सन्तान उत्पन्न करने के लिए एक-दूसरे के साथ जनन भी कर सकते हैं। न केवल यह बल्कि मानव के विकास का अध्ययन भी यह इंगित करता है कि हम सभी अफ्रीका से आए हैं। मानव जाति, 'होमो सैपियंस' के सर्वप्रथम सदस्यों को वहीं पर खोजा जा सकता है। ये सभी प्रमाण स्पष्टतः इंगित करते हैं कि हम सभी चाहे अफ्रीकन, एशियन, यूरोपियन अथवा अमेरिकन हो सभी सामान्य पूर्वज से व्युत्पन्न हुई है। तीनों सभी मनुष्यों के सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- मस्तिष्क का समान आकार।
- द्विपाद चलन अर्थात् दो पैरों से चलना।
- शरीर पर बाल होना।
- समान शारीरिक डिजाइन।