सरकार जनसुविधाओं के लिए पैसे की व्यवस्था बजट के द्वारा करती है। बजट में सरकार के नफे-नुकसान का ब्यौरा होता है। जनता से कर तथा सुविधा हेतु शुल्क से प्राप्त होने वाली राशि जनसुविधा पर खर्च की जाती है।
उदाहरण के लिए पानी की आपूर्ति हेतु सरकार को पानी की व्यवस्था करने, पानी को दूर तक पहुँचाने, पाइपलाइनों का जाल बिछाने, पानी को साफ करने तथा गंदे पानी के निस्तारण पर खर्च करना पड़ता है। सरकार इन खर्चों को कुछ मात्रा में करों के जरिए तथा कुछ मात्रा में पानी की कीमत वसूल करके पूरा करती है। पानी का मूल्य इस प्रकार तय किया जाता है कि गरीबों पर अधिक भार न आवे।