सवाई जयसिंह द्वारा किये गए कार्य: सवाई जयसिंह का अधिकांश समय राज्य के बाहर सैनिक अभियानों, मुगल राजनीति व मालवा में मराठों के प्रसार को रोकने में पूरा हुआ। राजस्थान के इतिहास में सवाई जयसिंह की गणना महान् शासक, सेनापति, विद्वान, आश्रयदाता और नक्षत्र एवं गणित विद्या के ज्ञाता के रूप में की जाती है। सवाई जयसिंह ने नक्षत्रों की गति की गणना हेतु एक शुद्ध सारणी का निर्माण करवाया। ज्योतिष विद्या पर आधारित 'जयसिंह करीका' तथा ज्योतिष यंत्रों पर आधारित 'सिद्धांत सम्राट' व 'यंत्रराज' आदि ग्रंथों का निर्माण करवाया । ज्योतिष अध्ययन हेतु जंतर-मंतर नामक वेधशालाओं का निर्माण करवाया, जो कि जयपुर, दिल्ली, मथुरा, बनारस और उज्जैन में स्थित हैं।